प्रतिदिन इस दुनिया में कहीं ना कहीं कोई न कोई सेक्स स्कैंडल हुआ ही करते है,अभी हाल में एक ताज़ा मामला अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में सुनने को आया है । उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने एक पोर्न स्टार से सम्बन्ध बनाये! और उसे चुप रहने के लिए कई लाख रूपये दिए है , हालाँकि ये नहीं कहा जा सकता कि इस बात में कितनी सच्चाई है।
तो इस माहोल में हम आपको एक ऐसी कहानी के बारे में बताने जा रहे है जो थोड़ी पुरानी है लेकिन बड़ी ही सनसनीख़ेज़ है। आपको बता दे कि भंवरी देवी नामक महिला जोधपुर जिले के बोरुदा की रहने वाली थी । नर्स की नौकरी के साथ ही वह राजस्थानी लोक गीतों के कई एल्बम भी बनवा चुकी थी और बेहद प्रसिद्ध हो गयी थी।
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राजस्थानी फिल्मो में हिरोइन बनने के चक्कर में भंवरी देवी कांग्रेस के कद्दावर नेता विश्नोई के पुत्र मलखान से मिली और दोनों की दोस्ती भी परवान चढ़ी इन दोनों के रिश्ते से भंवरी देवी ने एक बेटी को भी जन्म दिया । इस दौरन उसके मन में राजनीति में जाने का ख्वाब जाग उठा और उसने मलखान के अलावा दिग्गज कांग्रेस नेता परसराम मदेरणा के पुत्र महिपाल मदेरणा से भी दोस्ती कर ली और वक्त के साथ साथ वह दोनों मलखान और महिपाल के करीब हो गई ।दोनों से मिलने के बाद ही भंवरी को सत्ता की ताकत का एहसास हो गया और इन्ही दोनों की वजह से ही उसकी मुलाकात बाकि नेताओ से भी हुई , और धीरे धीरे उसकी जिंदगी भी बदल गई! उसने नया घर बनाया, कई कार खरीदी,और अपने बेटी और बेटे का दाखिला नामी स्कूल में करवाया । इस तरह वह पूरी तरह सत्ता के इर्द गिर्द थी और नेताओ के नजदीक होने के कारन उसने एमएलए का टिकट मांगने लगी । उसकी इस मांग को महिपाल और मलखान ने ठुकरा दिया लेकिन सत्ता का सुख भोगने वाली भंवरी की आदते बेलगाम हो चुकी थी।
और उस सीडी के बदले मदेरणा फँस गए और उन्होंने उसे ६० लाख रुपया दिया । पैसे मिलने के बाद भी भँवरी ने अपनी बेटी को हक़ दिलाने के उद्देश्य से विश्नोई समाज के सबसे बड़े खेजडली शहीदी मेले में जाने की घोषणा की । उसकी योजना थी कि इस पुरे मामले की उनके सामने बता कर अपनी बच्ची को न्याय दिलाएगी ।
लेकिन मलखान की बहिन ने बीच में आकर भंवरी को अपहरण और उससे सीडी छिनने की योजना बनाई । कहा जाता है कि उसका किडनैप कराकर उसे विशनाराम गैंग को सौंप दिया । उससे सीडी के विषय में पूछने के लिए कही ले जा रहे थे की रास्ते में वह चिल्लाने लगी जिससे विशनाराम ने उसका गला जोर से दाबा जिसे उसकी मौत हो गई!
उसके बाद विशनाराम ने उसकी चिता को जलाकर उसकी राख को राजीव गाँधी लिफ्ट नहर में बहा दिया , उस दुर्घटना के बाद वह अपने घर कभी नहीं लौटी लौट भी कैसे सकती थी वो तो वहाँ पहुँच गयी थी जहाँ से कोई वापिस नहीं आ सकता। बाद में उसके पति अमरचंद ने अपनी बीवी की गुमशुदगी की रिपोर्ट में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री महिपाल को ज़िम्मेदार ठहराते हुए सत्ता के गलियों में हडकंप मचा दिया था।
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