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कट्टरपंथियों ने एक बार फिर पार की नीचता की सारी हदें..
भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान एक बार फिर से चर्चा में हैं. आज की मौजूदा घटना से पहले भी जब पठान ने अपनी पत्नी के साथ ट्विटर पर एक फोटो डाली थी तब जिहादियों ने उसका जमकर विरोध किया था और उसे मुस्लमान समुदाय का अपमान बताया था लेकिन इरफान पठान ने उन सब का मुँह बंद करते हुए अपने आप को मुसलमान से पहले भारतीय बताया था और कहा था कि भारत एक आजाद देश है और मैं यहाँ का आजाद नागरिक हूँ.
अब एक बार फिर रक्षाबंधन के अवसर पर राखी बंधवाने के लिए फेसबुक पर कुछ कट्टरपंथियों ने इरफान पठान को घेरते हुए कहा है कि उन्हें शर्म आती है पठान को मुसलमान कहने में और उन्हें इतनी भी नहीं मालूम है कि इस्लाम धर्म में राखी बंधवाना हराम है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इरफान पठान को सोशल मीडिया पर अपने ही मजहब के लोगों द्वार निशाए बनाने के पीछे कारण है इरफान पठान का राखी बंधवाना. दरअसल सोमवार को देश में रक्षाबंधन का त्यौहार था और इसी मौके पर वीरेंद्र सहवाग से लेकर विराट कोहली तक ने रक्षाबंधन पर तस्वीरें शेयर कीं. इसी सिलसिले में इरफान पठान ने भी एक तस्वीर अपने फेसबुक अकाउंट से शेयर की. इस तस्वीर में इरफान अपनी कलाई पर बंधी राखी दिखाते नजर आ रहे हैं.
बता दें कि पठान के तस्वीर डालने की देर थी कि लोगों ने उन्हें भला-बुरा कहना शुरू कर दिया. दरअसल ये लोग इरफान के राखी बांधवाने से नाराज हैं और सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना कर रहे हैं. इरफान पठान की तस्वीर पर कमेंट करते हुए लोगों ने लिखा कि तुम्हारे पिता एक मौलवी हैं उसके बाद भी तुम इस तरह के नीच काम करते हो. कुछ मुस्लिम यूजर्स ने तो ये तक लिख दिया कि इरफान जैसे मुसलमानों को देख मुझे खुद मुस्लिम होने पर अफसोस होता है.
बताते चलें कि कट्टरपंथियों का भारतीय क्रिकेटर के प्रति ऐसा व्यवहार देख सच में हमें शर्म आती है इन जैसे लोगों पर कि क्या ये सच में भारतीय है भी या नहीं. भारत देश हर दिन उन्नति के पथ पर आगे बढ़ रहा है और ऐसे जिहादी लोग अभी भी अपनी घटिया सोच के साथ जी रहें है, न जाने कब इन लोगों को अकाल आएगी और कब ये लोग हर धर्म हर भगवान हर इन्सान एक है में विश्वास करेंगे..
भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान एक बार फिर से चर्चा में हैं. आज की मौजूदा घटना से पहले भी जब पठान ने अपनी पत्नी के साथ ट्विटर पर एक फोटो डाली थी तब जिहादियों ने उसका जमकर विरोध किया था और उसे मुस्लमान समुदाय का अपमान बताया था लेकिन इरफान पठान ने उन सब का मुँह बंद करते हुए अपने आप को मुसलमान से पहले भारतीय बताया था और कहा था कि भारत एक आजाद देश है और मैं यहाँ का आजाद नागरिक हूँ.
अब एक बार फिर रक्षाबंधन के अवसर पर राखी बंधवाने के लिए फेसबुक पर कुछ कट्टरपंथियों ने इरफान पठान को घेरते हुए कहा है कि उन्हें शर्म आती है पठान को मुसलमान कहने में और उन्हें इतनी भी नहीं मालूम है कि इस्लाम धर्म में राखी बंधवाना हराम है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इरफान पठान को सोशल मीडिया पर अपने ही मजहब के लोगों द्वार निशाए बनाने के पीछे कारण है इरफान पठान का राखी बंधवाना. दरअसल सोमवार को देश में रक्षाबंधन का त्यौहार था और इसी मौके पर वीरेंद्र सहवाग से लेकर विराट कोहली तक ने रक्षाबंधन पर तस्वीरें शेयर कीं. इसी सिलसिले में इरफान पठान ने भी एक तस्वीर अपने फेसबुक अकाउंट से शेयर की. इस तस्वीर में इरफान अपनी कलाई पर बंधी राखी दिखाते नजर आ रहे हैं.
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बता दें कि पठान के तस्वीर डालने की देर थी कि लोगों ने उन्हें भला-बुरा कहना शुरू कर दिया. दरअसल ये लोग इरफान के राखी बांधवाने से नाराज हैं और सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना कर रहे हैं. इरफान पठान की तस्वीर पर कमेंट करते हुए लोगों ने लिखा कि तुम्हारे पिता एक मौलवी हैं उसके बाद भी तुम इस तरह के नीच काम करते हो. कुछ मुस्लिम यूजर्स ने तो ये तक लिख दिया कि इरफान जैसे मुसलमानों को देख मुझे खुद मुस्लिम होने पर अफसोस होता है.
बताते चलें कि कट्टरपंथियों का भारतीय क्रिकेटर के प्रति ऐसा व्यवहार देख सच में हमें शर्म आती है इन जैसे लोगों पर कि क्या ये सच में भारतीय है भी या नहीं. भारत देश हर दिन उन्नति के पथ पर आगे बढ़ रहा है और ऐसे जिहादी लोग अभी भी अपनी घटिया सोच के साथ जी रहें है, न जाने कब इन लोगों को अकाल आएगी और कब ये लोग हर धर्म हर भगवान हर इन्सान एक है में विश्वास करेंगे..
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