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चीन का हर पडोसी देश के साथ है विवाद, 14 देशों के साथ सीमा सांझा करने वाले चीन के है 23 देशों के साथ सीमा विवाद..
चीन दुनिया का एकलौता ऐसा देश है जिसका किसी एक देश के साथ नहीं बल्कि 23 अलग अलग देशो के साथ विवाद है. चाहे वो भारत हो, जापान हो, अमेरिका हो या फिर सिंगापुर. चीन हर दिन किसी न किसी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करता ही रहता है. आपको बता दे कि हर देश को दुश्मन बना बैठा चीन सिर्फ एक ही मुल्क का दोस्त है, आप सब उसे जानते है, वो कोई और नहीं पाकिस्तान है. पाक एक मात्र ऐसा देश है जो चीन का समर्थन करता है. भारत इन दोनों देशो से सीमा साँझा करता है. ये दोनों ही भारत के खिलाफ हर दिन कोई ना कोई नयी से नयी शाजिश रचते रहते है. चीन अन्य राष्ट्रों पर अपने नियम लागू करना पसंद करता है लेकिन दूसरे मुल्क इसका विरोध करते है और चीन को गलत मानते है.
बता दें कि भारत-चीन के बीच कुल 3500 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है. इन दोनों देशों के बीच सीमा विवाद की वजह से 1962 में युद्ध हो चुका है लेकिन इसके बावजूद सीमा का विवाद नहीं सुलझ है. यही वजह है कि अलग-अलग हिस्सों में अक्सर भारत-चीन के बीच सीमा विवाद उठता रहा है. सिक्किम में भारतीय सीमा से सटे डोकलाम पठार है, जहां चीन सड़क निर्माण कराने पर आमादा है लेकिन भारतीय सैनिकों ने पिछले दिनों चीन की इस कोशिश का विरोध किया था. डोकलाम पठार का कुछ हिस्सा भूटान में भी पड़ता है और भूटान ने भी चीन की इस कोशिश का विरोध किया है. भूटान में यह पठार डोक ला कहलाता है, जबकि चीन में डोकलांग. भूटान और चीन के बीच कोई राजनयिक संबंध नहीं है. भूटान को अक्सर ऐसे मामलों में भारतीय सैन्य और राजनयिक सहयोग मिलता रहा है इसीलिए भारतीय सेना ने इस बार भी चीनी सैनिकों के सड़क निर्माण की कोशिशों का विरोध किया है.
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आइए हम आपको उन 23 देशो के नाम बता दे, जिनके साथ चीन का सीमा विवाद चल रहा है :भारत, इंडोनेशिया, मंगोलिया, सिंगापुर, भूटान, जापान, नेपाल, ब्रुनेई, कजाकिस्तान, उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, बर्मा, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, कंबोडिया, लाओस, फिलीपींस, अफगानिस्तान, मलेशिया और रूस
पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को बेहतर बनाना चाहता है चीन !!
चीन आजतक पाक को छोड़ किसी भी अन्य देश को खुश नहीं कर पाया है. अमेरिका और जापान की ओर से क्षेत्र को अशांत करने के संबंध में लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए चीन ने एशिया की सुरक्षा के लिए मैरिटाइम सिल्क रोड जैसे नए कदम उठाए हैं और तनाव को कम करने के लिए पड़ोसी देशों के साथ वार्ता तेज करने की पेशकश की है.
चीन ने मैरिटाइम सिल्क रोड में साथ मिलकर काम करने के लिए भारत को भी न्योता दिया है. पीपल्स लिबरेशन आर्मी के वरिष्ठ अधिकारी वांग गुआंगजाउ ने सोमवार को कहा कि क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और विकास में और योगदान देने के लिहाज से चीन की पीएलए अन्य देशों की सेनाओं के साथ मिलकर काम करने को तैयार है.
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